शनिवार, 10 जनवरी 2015

ओबामा के आगमन से पहले चिनुक-अपॉचे को सीसीएस की मंजूरी!

कविता जोशी.नई दिल्ली

26 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने से पहले यहां भारत में अमेरिका के साथ जारी रक्षा सौदों की खरीद प्रक्रिया में अचानक तेजी देखने को मिल रही है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव भारतीय वायुसेना के लिए खरीदे जाने वाले 22 अपॉचे लड़ाकू हेलिकॉप्टरों और 15 हेवीलिμट चिनुक हेलिकॉप्टरों की खरीद का सौदा भी शामिल है। सरकार के सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक इस सौदे को ओबामा के भारत आने से पहले सीसीएस अपनी अंतिम मंजूरी दे सकती है। ओबामा भारत के दो दिवसीय (25-26 जनवरी) दौरे पर आ रहे हैं।

सौदे पर जल्द सीसीएस की मुहर
22 अपॉचे और 15 चिनुक हेलिकॉप्टर अमेरिका की बोर्इंग कंपनी से खरीदे जाने है। इस सौदे की कुल अनुमानित कीमत करीब 9 हजार करोड़ रुपए है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने हरिभूमि को बताया कि अभी इस सौदे के प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय की मंजूरी के लिए भेजा है। इस बात की पूरी संभावना है कि वित्त मंत्रालय अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे से पहले इसे अपनी स्वीकृति दे देगा। इसके बाद फिर फाइल रक्षा मंत्रालय आएगी और मंत्रालय उसे तुरंत केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति (सीसीएस) की अंतिम मंजूरी के लिए भेजेगा। यहां से उसे जल्द अंतिम मंजूरी मिल जाएगी।

अमेरिका के साथ चल रहे खरीद सौदे
भारत ने अमेरिका से 10 सी-17 ग्लोबमास्टर-3 बड़े मालवाहक विमानों की खरीद का सौदा किया है। इसमें से 6 विमान भारत आ चुके हैं और बाकी 4 विमान इस साल के अंत तक आने की उम्मीद है। इसके अलावा 12 विशेष सामरिक अभियानों में प्रयोग होने वाले सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमानों की खरीद भी की जा रही है। इसमें से 6 विमान भारत आ चुके हैं। इनमें से 1 सी-130जे विमान हादसे का शिकार हो चुका है और अब इनकी संख्या 5 रह गई है। बाकी 6 विमान वर्ष 2016 तक भारत को मिल जाएंगे।

सी-130जे की पानागढ़ में होगी तैनाती
वर्ष 2016 में जब भारत को सभी 12 सी-130जे विशेष सामरिक अभियानों में प्रयुक्त विमानों के बेड़े को पश्चिम-बंगाल के पानागढ़ में तैनात किया जाना है। पानागढ़ का इलाका चीन से लगी पूर्वोत्तर सीमा के बेहद करीब है। इनकी तैनाती से यहां किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाने में बहुत मदद मिलेगी।

बीते वर्ष से बन रही है भूमिका
बीते वर्ष 2014 के अगस्त महीने से ही चिनुक-अपॉचे हेलिकॉप्टरों की खरीद के सौदे को लेकर चर्चाओं का दौर चल रहा है। अगस्त के शुरूआती सप्ताह में अमेरिका के रक्षा सचिव चक हेगल ने जब भारत की यात्रा की तो उसमें भी इस सौदे को लेकर बातचीत हुई थी। इसके बाद से ही यह सौदा चर्चाआें बना हुआ है। 

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