सोमवार, 5 जनवरी 2015

विपक्ष पर रक्षा मंत्री का पलटवार, फिर थपथपाई कोस्टगार्ड की पीठ!

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली
रक्षा मंत्री मर्नोहर पर्रिकर ने सोमवार को एक बार फिर 1 जनवरी को तटरक्षकबल द्वारा पोरबंदर तट से 350 किमी. दूर समुद्र में किए गए अभियान पर विपक्षी कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया और कहा कि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों से इस बात के सबूत मिलते हैं कि एक जनवरी की रात में कोस्टगार्ड द्वारा जिस पाकिस्तानी नौका को खोजकर अभियान चलाया गया उसका आतंकी संबंध था। उन्होंने विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे उन आरोपों को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि नौका में आतंकी नहीं तस्कर सवार थे।

रक्षा मंत्री ने यह जानकारी यहां राजधानी के दिल्ली कैंट में नेशनल इंस्ट्टीट्यूट आॅफ डिफेंस एस्टेट मैनेजमेंट (एनआईडीईएम) के शिलान्यास के दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब में दी। वो उन्हें संदिग्ध और संभावित आतंकी करार देते हैं। क्योंकि उन्होंने घेराबंदी किए जाने पर खुद को उड़ा लिया। नौका पर सवार लोग पाकिस्तान के नौवहन अधिकारियों समेत पाक सेना और अंतरराष्ट्रीय संपर्क से जुड़े हुए हैं। नौका न तो मछली पकड़ने के क्षेत्र में थी और न ही ऐसे व्यस्त मार्ग पर थी जिसे तस्कर पसंद करते हैं। उनके कार्यों से ऐसा संकेत मिलता है कि वे किसी अन्य तरह की गतिविधि के लिए थे। इस बात को लेकर हम सुनिश्चित नहीं थे कि वो अन्य तरह की गतिविधि क्या है।

रक्षा मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इस दावे पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों की शैली को विफल बना दिया गया। कांगेस ने इस पूरे मामले पर सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है जबकि सत्ता पक्ष पर काबिज भाजपा का कहना है कि ऐसा कहकर वो पाकिस्तान की मदद कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वो नौका एक निर्जन इलाके में विचरण कर रही थी जहां उसके साथ कोई और मछली पकड़ने वाली नौका नहीं थी। तस्कर आमतौर पर बेहद व्यस्त मार्ग का तस्करी के लिए इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि इससे उन्हें मार्ग पर अन्य जहाजों की आड़ में छिपने में आसानी होती है। इस नौका को कोस्टगार्ड के निगरानी विमान ने अपनी गश्त के दौरान खोजा और रुकने के लिए हवा में गोलियां भी चलाई। लेकिन बिना कोई जवाब दिए इन लोगों ने नौका को आग के हवाले कर दिया। संघर्षविराम उल्लंधन पर पूछे जाने पर पर्रिकर ने कहा कि भारत यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि आतंकवाद नहीं बढ़े या हमारे क्षेत्र में नहीं घुसपैठ करे।     

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