शनिवार, 10 जनवरी 2015

ओबामा के समक्ष झांकी दिखाने को बेताब हैं राज्य

कविता जोशी.नई दिल्ली

इस बार 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस की 65 वीं परेड पहले से कई मायनों में अलग होने वाली है। इसका सबसे बड़ा कारण और आकर्षण अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का परेड का मुख्य अतिथि के रूप शिरकत करना है। ओबामा के आगमन को लेकर यहां राज्यों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। हरिभूमि की पड़ताल में मिली जानकारी के मुताबिक इस बार बीते वर्षों की तुलना में राज्यों की ओर से परेड में भारी तादाद में शामिल होने की इच्छा जताई जा रही है। इसके लिए रक्षा मंत्रालय को राज्यों की ओर से लगातार प्रस्ताव भी मिल रहे हैं।

राज्यों-मंत्रालयों की परेड थीम
गणतंत्र दिवस 2015 की परेड के लिए केंद्र ने राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों की थीम में कई अहम मुद्दों को जनता के सामने प्रस्तुत करने का मन बनाया है। इसमें सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘मेक इन इंडिया अभियान’, ‘पर्यावरण संरक्षण’ से लेकर ‘महिला शिक्षा’, और ‘महिला सशक्तिकरण’ जैसे मुद्दों की झलक इन झांकियों में देखने को मिलेगी।
12 राज्य-8 मंत्रालय होंगे परेड का हिस्सा इस बार परेड में 12 राज्य और 8 केंद्रीय मंत्रालय शामिल हो सकते हैं। राज्यों में हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य-प्रदेश, उत्तर-प्रदेश, उत्तराखंड और तमिलनाडु जैसे राज्यों की झांकियां परेड का हिस्सा बनेंगी जबकि मंत्रालयों में रेल, कानून, पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सीपीडब्ल्यूडी, पंचायती राज, एमएसएमई, उद्योग मंत्रालय का डिपार्टमेंट आॅफ इंडस्ट्रीयल पॉलिसी एंड प्रमोशन विभाग, डीआरडीओ अपनी झांकियां दिखाएंगे। 6 स्कूल भी परेड में शामिल होंगे जिसमें 4 दिल्ली और 2 राजस्थान और महाराष्ट्र के होंगे। रक्षा मंत्रालयके सूत्रों का कहना है कि झांकियों की संख्या में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

सेना-वायुसेना का महिला दस्ता करेगा मार्च
गणतंत्र दिवस परेड में इस साल पहली बार थलसेना-वायुसेना का महिला दस्ता भी भाग लेगा। इससे पहले परेड में दोनों सेनाआें की ओर से अलग-अलग स्तर पर भागीदारी देखने को मिलती रही है। लेकिन यह पहला मौका होगा जब इन दोनों का महिला दस्ता राजपथ पर होने वाली परेड में लेफ्ट-राइट करते हुए नजर आएगा।

बढ़ेगा परेड का समय
ओबामा के आगमन के चलते इस बार परेड की समय-सीमा बढ़ाने की भी तैयारियां चल रही हैं। वर्ष 2011 तक परेड 2 घंटे 20 मिनट की होती थी। लेकिन इसके बाद 2012 से इसका समय घटाकर 1 घंटा 50 मिनट 20 सेकेंण्ड कर दिया गया था। लेकिन इस बार समयसीमा बढ़ायी जा सकती है।

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