शनिवार, 24 जनवरी 2015

एचआरडी के ‘नो योर कॉलेज’ को मिले 65 हजार लाइक!

कविता जोशी.नई दिल्ली

आमतौर पर कॉलेज का आकर्षक दिखने वाला प्रोस्पेक्टिव अंदर से बच्चों की इच्छाओं-आकांक्षाओं पर पूरी तरह से खरा नहीं उतरता। लेकिन अब केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए नो योर कॉलेज पोर्टल के जरिए आॅनलाइन अपने कॉलेज और उससे जुड़ी डिटेल जानकारी ले पाएंगे। मंत्रालय के वरिष्ठ सूत्रों ने हरिभूमि को बताया बीते वर्ष 26 मई को नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नई सरकार के गठन के बाद से लेकर अब तक इस पोर्टल को 65 हजार बच्चों ने लाइक किया है।

पोर्टल की खासियत
नो योर कॉलेज (केवाईसी) पोर्टल की रोज बढ़ रही लोकप्रियता के पीछे इसमें मौजूद देश के तमाम कॉलेजों की विस्तृत जानकारी के अलावा कई आॅनलाइन कोर्सेज के बारे में भी बच्चों को आसानी से जानकारी मिल जाती है। एचआरडी मंत्रालय में उच्च-शिक्षा विभाग में अतिरिक्त सचिव अमरजीत सिन्हा ने कहा कि हजारों की संख्या में बच्चे रोजाना इस पोर्टल को लाइक कर रहे हैं, जिससे इसकी लोकप्रियता का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। इंटरनेट पर इसे सर्च करने के लिए (http://www.knowyourcollege-gov.in) पर जाकर देख सकते हैं। देश में 665 से ज्यादा विश्वविद्यालय, 35 हजार 829 से ज्यादा महाविद्यालय तथा 11 हजार 443 एकल (स्टैंड अलोन) संस्थान हैं।

कॉलेज-कार्सेज की आॅनलाइन जानकारी
इस पोर्टल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस पर सर्च करके बच्चों को अपने पसंदीदा कॉलेज के बारे में बिल्डिंग कैंपस, अध्यापक, छात्रावास, पुस्तकालय जैसे विषयों के बारे में विस्तृत जानकारी मिल जाती है। छात्रों का भी ऐसा अनुभव रहा है कि एडमिशन के समय जहां कॉलेजों के आकर्षक प्रोसपेक्टिव बाहर से तो चमकीले नजर आते हैं। लेकिन अंदर से वो खोखले होते हैं। अतिरिक्त सचिव का कहना है कि इस पोर्टल पर फिजिक्स, मैनेजमेंट, मैथमेक्टिस, और फोटोग्राफी जैसे कोर्सेज की छात्र आॅनलाइन पढ़ाई भी कर सकते हैं। इसके लिए उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि इससे ही मैंने कुछ दिनों पहले फोटोग्राफी सीखी है। इन आॅनलाइन कोर्सेज के लिए करीब 20 हजार घंटे की आॅनलाइन सामग्री वेबसाइट पर डाली गई है।

सोशल मीडिया का बढ़ता क्रेज
एचआरडी मंत्रालय के इस पोर्टल को मिल रहे लाइक्स ने यह साबित कर दिया है कि आज के दौर में संचार के सोशल माध्यमों की कितनी उपयोगिता है और लोग इनमें कितनी गंभीरता से रूचि ले रहे हैं।

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