सोमवार, 5 जनवरी 2015

ओबामा के भारत आगमन से जुड़े हैं घटना के तार!

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली 
बीते बुधवार को देर रात जब सारा देश नए साल के जश्न में डूबा हुआ था। तब गुजरात में अरब सागर से लगे देश के पश्चिमी तट पर विस्फोटकों से लदी एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली एक नौका द्वारा भारतीय जलसीमा में घुसकर बड़ा आतंकी हमला करने की साजिश को तटरक्षकबल के जहाज राजरतन और समुद्री निगरानी विमान डार्नियर की मुस्तैदी ने नाकाम कर दिया। यह घटना 31 दिसंबर की देर रात 3 बजकर 57 मिनट पर गुजरात में अरब सागर में भारत-पाक की समुद्री सीमा में हुई। यह इलाका पोरबंदर से समुद्र में करीब 365 किमी. दूर था। खुफिया ब्यूरो के सूत्रों का कहना है कि इस घटना के पीछे 26 जनवरी के मौके पर भारत द्वारा ओबामा को मुख्य अतिथि बनाए जाना भी एक बड़ी वजह हो सकती है।

ओबामा के आगमन से जुड़े हैं तार
खुफिया ब्यूरो के सूत्रों का कहना है कि पेशावर के आर्मी स्कूल पर हुए आतंकी हमले के बाद पाक में बैठे आतंकी संगठनों के सरगनाहों ने इसके लिए भारत को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया था और आने वाले दिनों में देश में आतंकी हमलों की संख्या में इजाफा करने की धमकी दी थी। पेशावर हमले से पहले ही भारत ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड समारोह में मुख्य अतिथि बनाने की घोषणा कर दी थी। अफगानिस्तान में लश्कर के मुखिया ओसामा बिन लादेन के खिलाफ चलाए गए अभियान के बाद से तमाम आतंकी संगठन अमेरिका से खार खाए बैठे हैं। अब ऐसे में भारत में बामा के भव्य स्वागत की तैयारियों ने भी आतंकियों के खून में उबाल ला दिया है। इसका बदला लेने के लिए वो भारत में आतंकी हमलों की रफ्तार तेज करना चाहते हैं। इसकी एक बानगी नववर्ष के आगमन पर भी हमने देखी है। यहां बता दें कि पेशावर हमले के बाद पाक सेना ने पाक-अफगान सीमा पर मौजूद आतंकियों के सभी ठिकानों पर तेज बमबारी का अभियान चलाया हुआ है और इससे पहले वो अफगानिस्तान में लश्कर के खिलाफ चलाए जा रहे नाटो देशों के सैन्य अभियान में भी पूरी मददगार और भागीदारी रही है।

फिर से जेल की हवा खा रहा है लकवी 
मुंबई पर हुए 26/11 हमलों का मास्टर-माइंड आतंकी जकीर्उर रहमान लकवी को पाक अदालत द्वारा एक बार दी गई रिहाई के बाद दोबारा जेल में डाल दिया गया है। लकवी की रिहाई का भारत ने ही बड़े पैमाने पर विरोध किया था। जिससे यह आतंकी संगठन बौखला गए हैं। अब वो किसी भी तरह से इसका बदला लेने की कवायद करने में जुटे हुए हैं। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में आई हालिया बाढ़ में सेना के सराहनीय प्रयासों और विधानसभा चुनाव में आम लोगों के बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लेने से भी  पाक समर्थित (अफगान तालिबान भी) आतंकी बेहद खीजे हुए हैं। अब वो अपनी इस खीज का बदला निकालने के लिए वो भारत में दहशत का माहौल बनाने से नहीं चूक रहे हैं।

भारत की समुद्री सीमा में थी नौका
तटरक्षकबल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि खुफिया एजेंसियों को यह खबर मिली थी कि कराची के केटी बंदरगाह से मछली पकड़ने वाली एक नौका अरब सागर में कुछ नियमों के विरूद्ध कार्य करने की योजना बना रही थी। जब इस नौका को तटरक्षकबल के जहाज द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तब यह भारत की समुद्री सीमा में करीब 7 नॉटिकल माइल अंदर विचरण कर रही थी।

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