रविवार, 18 जनवरी 2015

ओबामा के आगमन से पहले बदली राजपथ की फिजा

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने में अभी 10 दिन बचे हैं। लेकिन इससे पहले ही इंडिया गेट से लेकर राजपथ की फिजा बदलने लगी है। इलाके की डेटिंग-पेटिंग से लेकर फूलों की खुशबू और हरियाली को बनाए रखने की कवायदें शुरू हो चुकी हैं। यूं तो यह हर साल 26 जनवरी को यह सब किया जाता है। लेकिन इस बार ‘ओबामा आकर्षण’ का जादू यहां काम में लगे लोगों से पेरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों में देखने को मिल रहा है। इस बीच यह कहना कि ओबामा के छोटे से दीदार पाने को इंडिया गेट से लेकर राजपथ पलक पावड़े बिछाए बैठा है में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति 25-26 जनवरी यानि दो दिन भारत में रहेंगे।

अर्द्धसैनिक बल के जवानों की मुस्तैद गश्त
इंडिया गेट से लेकर राजपथ तक अर्द्धसैनिक-बल के जवान दिन-रात इलाके की मुस्तैदी से निगरानी करने में लगे हुए हंै। इसमें सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, बीएसएफ, एसएसबी समेत दिल्ली-पुलिस ने पूरे इलाके में एक चाक-चौबंद सुरक्षा घेरा बना लिया है, जिससे कोई परिंदा भी पर ना मार सके। अर्द्धसैनिकों बलों के कुछ जवानों ने हरिभूमि को नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि करीब एक महीना पहले ही हमने राजधानी दिल्ली के आस-पास के संवेदनशील इलाकों की घेराबंदी शुरू दी थी। हर बल के जवानों की टुकड़ियों-कंपनियों और प्लाटून्स को अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा संभालने की जिम्मेदारी दी गई है, जिसे हम मुस्तैदी से निभा रहे हैं। परेड के दौरान सुरक्षा कारणों की वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति के हर 20 मिनट में जगह बदलने पर भी विचार चल रहा है।

राजपथ पर चल रही खास तैयारियां
इन दिनों इंडिया गेट से राजपथ की ओर जाने वाली सीधी सड़क पर लगी ग्रिलों पर पेंट किया जा रहा है। स्ट्रीट लाइटें चमकाने का काम चल रहा है। कई जगहों पर फुटपाथ दुरूस्त किए जा रहे हैं। इसके अलावा संसद भवन से रक्षा मंत्रालय की ओर जाने वाले सामान्य आवाजाही मार्ग को बंद कर दिया गया है। बीते वर्षों में इस रास्ते को 26 जनवरी के बाद बंद किया जाता था। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने संसद भवन के मुख्य प्रवेश द्वार के बाद से लेकर विजय चौक चौराहे से ऊपर राष्ट्रपति भवन की ओर जाने वाले मार्ग के बीच सड़क में बेरिकेड लगा दिए हैं, जिनसे हर खासो-आम की जांच के बाद रवानगी की जा रही है। राष्ट्रपति भवन से लेकर पूरे राजपथ के आसपास 28 जनवरी को होने वाले ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह के लिए लाइटें लगाने का काम भी जोरों से चल रहा है। इसमें लड़ियों में छोटे बल्बों की श्रंखला लगा दी गई है, जिसमें राष्ट्रपति भवन से लेकर साउथ-ब्लॉक, पीएमओ, विदेश- मंत्रालय से लेकर नार्थ- ब्लॉक में गृह-मंत्रालय और वित्त-मंत्रालय शामिल है। लाइटों की लड़ियों के बीच-बीच में रोशनी में चार चांद लगाने के लिए बड़े आकार की हेलोजन लाइटें भी लगाई गई हैं।

सुरक्षा में चूक नहीं चाहती सरकार
इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य आकर्षण अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा है। इसलिए सरकार नहीं चाहती कि उनकी सुरक्षा से लेकर समारोह में किसी तरह का कोई विध्न पड़े। करीब एक महीना पहले से पेरामिलिट्री फोर्सेंज के जवानों ने दिल्ली के हर छोटे-बड़े इलाके में गश्त करना शुरू दिया है, जिसमें राष्ट्रपति-भवन, संसद-भवन से लेकर भीड़भाड़ वाले तमाम बाजारों, रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों, बस-स्टैंड्स, रक्षा-सुरक्षा से जुड़ी तमाम संवेदनशील इमारतें, सरकारी कामकाज के दμतर शामिल हैं। यहां बता दें कि ओबामा के आगमन से पहले पाक में पेशावर के सैन्य स्कूल में हुए हमले के बाद से भारत सुरक्षा को लेकर ज्यादा सतर्कता और सख्ती बरत रहा है।

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