रविवार, 18 जनवरी 2015

मेक इन इंडिया में अरूचि तो नहीं ले डूबी डीआरडीओ प्रमुख की कुर्सी?

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली
रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार और डीआरडीओ के प्रमुख के तौर पर डॉ.अविनाश चंदर के कॉंट्रेक्ट पर बढ़े हुए 18 महीने के कार्यकाल को नई सरकार द्वारा रद्द कर दिया गया है। यह बढ़ा हुआ कार्यकाल अगले वर्ष 31 मई 2016 को समाप्त होता। सरकार के पर्सनल और ट्रेनिंग विभाग (डीओपीटी) की ओर से इस बाबत मंगलवार देर शाम एक आॅर्डर (आदेश) भी जारी कर दिया गया था। इसकी एक प्रति हरिभूमि के पास भी मौजूद है।

उधर यहां इस मामले में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को नॉर्थ ब्लॉक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से इस मसले पर चर्चा करने के बाद पत्रकारों को दिए अपने एक बयान में कहा कि डॉ.अविनाश चंद्र को डीआरडीओ प्रमुख के इस पद से हटाने के पीछे कोई विवाद नहीं है। जबकि रक्षा मंत्रालय के गलियारों में दिन-भर इस बात को लेकर चर्चा पर जोरों पर थी कि डॉ. चंदर की कुर्सी मेक इन इंडिया अभियान में खास दिलचस्पी ना लेने की वजह से गई है। पर्रिकर ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में इस ओर इशारा करते हुए कहा कि इस पद पर किसी सुयोग्य पात्र की नियुक्ति की जाएगी जिसके पास विकास के लिए मजबूत इच्छा हो। अचानक डॉ.चंदर को हटा दिए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे भी इसकी जानकारी मीडिया के माध्यम से ही मिली कि मंगलवार रात प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 31 जनवरी से अविनाश चंदर के अनुबंध को खत्म करने की स्वीकृति दे दी है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि डॉ.चंदर की ओर से ही इस बात की सिफारिश की गई थी कि इस पद पर किसी नौजवान पीढ़ी के शख्स को होना चाहिए ना कि किसी अनुबंध वाले व्यक्ति को। डॉ.अविनाश चंद्र बीते वर्ष 30 नवंबर 2014 में डीआरडीओ प्रमुख के पद से सेवानिवृत हो चुके हैं। लेकिन उन्हें 18 महीने का जो अतिरिक्त कार्यकाल मिला था उसका फैसला पिछली यूपीए सरकार में लिया गया था जिसे वर्तमान सरकार ने रद्द कर दिया है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि इन वरिष्ठ पदों पर किसी अनुबंधित व्यक्ति को नहीं होना चाहिए। बहुत सारे योग्य लोग हैं, जिनमें से किसी को लाया जाना चाहिए। हमें वैज्ञानिक जगत में किसी नौजवान पीढ़ी को पेश करना चाहिए। रक्षा मंत्री ने कहा कि फिलहाल इस पद की जिम्मेदारी अस्थायी तौर पर डीआरडीओ में मौजूद सबसे वरिष्ठ सदस्य संभालेगा। उस व्यक्ति के नाम का खुलासा रक्षा मंत्री ने नहीं किया।

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