शुक्रवार, 6 फ़रवरी 2015

डीएसडीएस के केंद्र में रहेगा जलवायु परिवर्तन का मुद्दा

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

15वें दिल्ली सतत विकास सम्मेलन (डीएसडीएस) का गुरुवार से राजधानी दिल्ली में आगाज होगा। इस बार सम्मेलन की थीम ‘सस्टनेबल डेवलपमेंट गोल्स एंड डिलिंग विद क्लाइमेट चेंज’ रखी गई है, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि जलवायु परिवर्तन का मुद्दा सम्मेलन के केंद्र में रहेगा। सात फरवरी तक चलने वाले इस वृहद आयोजन में कई देशों की सरकारें, मंत्रालय, नोबल पुरस्कार विजेता, विश्वविद्यालय, संस्थान और उद्योग जगत की हस्तियां शिरकत करेंगी। 5 फरवरी को कार्यक्रम की शुरूआत टेरी के महानिदेशक और जलवायु परिवर्तन पर गठित अंतर-सरकारी समूह के अध्यक्ष डॉ.आर.के.पचौरी करेंगे। विशेष वकतव्य केलिफोर्निया के पूर्व गवर्नर आर्नोल्ड सिवार्जीनेगर देंगे। इसके अलावा पेरू के पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री भी अपना उद्दबोधन देंगे।

डीएसडीएस का आयोजन करने वाले द एनर्जी एंड रिर्सोस इंस्ट्टीट्यूट टेरी के सूत्रों ने हरिभूमि को बताया कि इस बार सम्म्मेलन में करीब 17 देशों के मंत्रालय शिरकत करेंगे। इसमें फ्रांस, चीन, अमेरिका, जापान, मारीशस, कांगो, नार्वे, फिलीपींस, मैक्सिको, भूटान, इजिप्ट, पेरू, कतर, कांगोें भाग लेंगे। कार्यक्रम में भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा, अमेरिका के केलिफोर्निया ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष डॉ.रॉबर्ट बी वेसिनमिलर, फ्रांस में भारत के राजदूत अरूण.के.सिंह, यूरोपियन यूनियन (बेल्जियम और लगजमबर्ग) में भारत के राजदूत मंजीव सिंह पुरी, भारत के नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी शामिल होंगे। इसके अलावा कोरिया, भारत, नार्वे, जापान, चीन, पाकिस्तान के विश्वविद्यालय और जलवायु परिवर्तन व ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने वाले संस्थान शिरकत करेंगे। कार्यक्रम में उद्योग जगत की कई जानी-मानी हस्तियां भी शामिल होंगी।

इस आयोजन में भारत की ओर से पर्यावरण-वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रकाश जावड़ेकर, बिजली, कोयला और नवीकरणीय ऊर्जा मामलों के मंत्री पीयूष गोयल, रेल मंत्री सुरेश प्रभू, वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा अपना वकतव्य देंगे। इसके अलावा सरकार के कई मंत्रालयों के आला अधिकारी भी इस आयोजन में शिरकत करेंगे। टेरी के सूत्रों ने कहा कि कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून विशेष अतिथि के तौर पर शिरकत कर सकते हैं।

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