शुक्रवार, 3 अप्रैल 2015

नौसेना की शीर्ष रणनीतिक पश्चिमी कमांड का दौरा करेंगे पर्रिकर

कविता जोशी.नई दिल्ली

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर जापान से लौटने के बाद इस सप्ताह के अंत में रविवार को नौसेना की मुंबई स्थित पश्चिमी-कमांड का दौरा करेंगे। उनका यह दौरा एक दिन होगा और वो रविवार शाम को ही दिल्ली वापस लौट आएंगे। यहां बता दें कि रक्षा मंत्री ने बीते वर्ष नवंबर में मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद सबसे पहले पाकिस्तान से लगी पश्चिमी सीमा में पड़ने वाले श्रीनगर का दौरा किया था। यहां थलसेना की महत्वपूर्ण रणनीतिक 15वीं कोर तैनात है जो घाटी के अंदर और बाहर आतंकवादियों के नापाक इरादों को ध्वस्त करने में लगी हुई है। श्रीनगर जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी के नाम से भी चर्चित है।

दौरे की खास बातें
यहां रक्षा मंत्रालय के उच्चपदस्थ सूत्रों ने हरिभूमि को बताया कि रक्षा मंत्री पर्रिकर का नौसेना की किसी कमांड का यह पहला दौरा होगा। इसमें वो इसके मुंबई स्थित हेडक्वार्टर जाकर समूची कमांड और वहां जारी तमाम गतिविधियों का गहराई से निरीक्षण करेंगे। इस दौरे में रक्षा मंत्री रक्षात्मक और सामरिक उपकरण बनाने वाले मुंबई के मझगांव डाकयार्ड लिमिटेड (एमडीएल) भी जाएंगे। एमडीएल में नौसेना की कई अहम परियोजनाआें पर काम चल रहा है। इसमें 14 अल्फा प्रोजेक्ट के तहत 4 जंगी जहाज बनाए जा रहे हैं, 15 ब्रावो प्रोजेक्ट के तहत दो जहाज बनाए जा रहे हैं। इसमें से एक जहाज आईएनएस कोलकात्ता नौसेना को सौंपा जा चुका है। 6 स्कॉर्पीन पनडुब्बियों पर भी एमडीएल में ही काम चल रहा है।

पश्चिमी कमांड का महत्व
देश की सामरिक सुरक्षा और रणनीतिक लिहाज से नौसेना की मुंबई स्थित पश्चिमी-कमांड को उसकी बाकी कमांडों की तुलना में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां नौसेना के विमानवाहक युद्धपोत आईएनएस विराट से लेकर नौसेना का विशालकाय जंगी बेड़ा चौबीसों घंटे देश की सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहता है। इसमें दिल्ली क्लास के डिस्ट्रायर (जंगी जहाज) से लेकर तलवार-गोदावरी क्लास के फ्रिगेट समेत बेतवा क्लास का गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट और टेंकर शामिल है। पश्चिमी कमांड में ही नौसेना की एचडीडब्ल्यू पनडुब्बियां भी तैनात हैं।

नौसेना की कुल कमांड
नौसेना की कुल तीन कमांड हैं। इसमें पश्चिमी कमांड का मुख्यालय मुंबई है। पूर्वी कमांड का मुख्यालय विशाखापट्टनम में और दक्षिणी कमांड का मुख्यालय कोच्चि में है। इनमें रणनीतिक लिहाज से मुंबई स्थित पश्चिमी कमांड को शीर्ष में रखा जाता है।

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