बुधवार, 3 दिसंबर 2014

छोटी नौकाओं को पकड़ने की जद्दोजहद बरकरार?

कविता जोशी.नई दिल्ली

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा अपनी समुद्र तटीय सुरक्षा को पूरी तरह से चाक-चौबंद में अभी कुछ समय और लगेगा। इस दिशा में नौसेना सहित अन्य एजेंसियों ने काम शुरू कर दिया है। यहां राजधानी में बुधवार को नौसेना दिवस के पूर्व में आयोजित वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में इस बाबत हरिभूमि द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर.के.धोवन ने कहा कि 26/11 आतंकी हमले के बाद हमने तटीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसमें 46 कोस्टल रडॉरों को तटों पर लगाया जा चुका है। यह रडार भारत की 7 हजार किमी. से लंबी समुद्री तटीय सीमा की निगरानी के काम में लगे हुए हैं। इसके अलावा हमने इलेक्ट्रो आप्टिकल डिवाइस भी लगाए हैं, जिससे समुद्र में घूमते जहाजों और नौकाओं को देखा जा सकता है। एडमिरल धोवन ने 20 मीटर से छोटी आकार वाली नौकाआें को पकड़ने को लेकर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि भारत की तटीय रेखा के ईदगिर्द घूमने वाली ढाई लाख नौकाआें पर ट्रांसपॉंडर लगाने का काम शुरू हो चुका है। लेकिन इसे पूरी तरह से खत्म होने में अभी कुछ समय और लगेगा। इस काम के पूरा होने से पहले अगर इस तरह की नौका का आतंकी हमले के लिए इस्तेमाल हुआ तो नौसेना उससे कैसे निपटेगी के जवाब में एडमिरल खामोश रहे। मुंबई आतंकी हमले में 164 लोगों की जान गई और 600 के करीब लोग घायल हुए थे।

एक्शन प्लान पर चुप्पी
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने हाल में गुडगांव में आईएमएसी केंद्र के उद्घघाटन के वक्त भी छोटी नौकाआें और तटीय रेखा के कुछ इलाकों का रडार की जद में ना आने को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की और समुद्री सीमा में जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत काम करने पर जोर दिया था। क्योंकि 6 साल पहले मुंबई पर हुए आतंकी हमले में पाक समथित आतंकियों ने इस तरह की छोटी नौका का ही प्रयोग किया था। नौसेनाप्रमुख ने 300 टन से बड़े जहाजों और भारतीय मछुवारों की छोटी नौकाआें पर ट्रांसपॉंडर लगाने की परियोजना का जिक्र तो किया। लेकिन दुश्मन की ओर से लाई जानी वाली खुद की छोटी नौका को लेकर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। यह वो नौकाएं हो सकती हैं जो आकार में 20 मी. से छोटी होंगी और उनपर एआईएस और ट्रांसपॉंडर जैसे आधुनिक संचार उपकरण ना लगे होने की वजह से आईमैक या रडॉरों की मदद से दूर समुद्र में इनकी स्पष्ट गतिविधि को पकड़ पाना दूर की कौड़ी साबित हो सकता है। इस चुनौती को लेकर नौसेनाध्यक्ष ने रक्षा मंत्रालय को कोई एक्शन प्लान फिलहाल नहीं सौंपा है।

भारत की तटीय सीमा
भारत की 7 हजार 516.16 किमी.लंबी तटरेखा है जो कि पूर्व में बंगाल की खाड़ी, दक्षिण में हिंद महासागर और पश्चिमी में अरब सागर से लगती है। तट रेखा के दायरे में देश की पूर्वी और पश्चिमी सीमा को मिलाकर कुल 9 राज्य और 4 केंद्र-शासित प्रदेश आते हैं। इसमें गुजरात, महाराष्ट, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र-प्रदेश, पश्चिम-बंगाल जैसे राज्य शामिल हैं। इसके अलावा दमन और दीव, लक्षद्वीप, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह जैसे केंद्र-शासित प्रदेश भी तटरेखा का हिस्सा हैं।

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