गुरुवार, 20 नवंबर 2014

शारिरिक विकलांगता के मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगा यूनेस्को

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

अगले सप्ताह की शुरूआत में 24 से 26 नवंबर को राजधानी दिल्ली में होने जा रहे यूनाइटेड नेशंस एजूकेशनल, साइंटिफिक, कल्चरल आर्गेनाइजेशन(यूनेस्को) के अंतरराष्टीय सम्मेलन में इस बार ‘शारिरिक विकलांगता’ मुख्य मुद्दा बनने जा रहा है। यूनेस्को को कोशिश होगी कि दुनियाभर में फैली इस समस्या को लेकर आने वाले तमाम हितधारकों से इसपर विस्तार से चर्चा कर इसका उचित समाधान ढूंढा जाए। कार्यक्रम की थीम ‘फ्रॉम एक्सक्लूजन टू एमपावरमेंट: द रोल आॅफ इंर्फोमेशन एंड कम्युनिकेशन टेकनोलॉजीज फॉर पर्सन विद डिसेबिलिटीज’ रखी गई है।

शारिरिक विकलांगता का वैश्विक आंकड़ा
यूनेस्को के आंकड़ों के हिसाब से दुनिया की कुल आबादी का 15 फीसदी यानि 1 अरब लोग अलग-अलग प्रकार की शारिरिक विकलांगता का शिकार हैं। इसलिए इन लोगों को दुनिया की सबसे बड़ी अल्पसंख्यक आबादी कहा जाता है। विकलांगता की वजह से इन्हें शिक्षा और रोजगार के समान अवसर नहीं मिल पाते। ऐसे में यूनेस्को द्वारा इस मुद्दे पर चर्चा किया जाना जरूरी हो जाता है। इस मसले के समाधान के बिना दुनिया के देश सहस्राब्दी विकास लक्ष्य (एमडीएम) और वर्ष 2015 के बाद समानता आधारित विकास के लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते।

केंद्र सरकार ही पहल
भारत की नई सरकार ने शारिरिक विकलांगता पर काम करना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा तैयार की जा रही राष्टीय शिक्षा नीति के ड्राफट में भी शरिरिक विकलांगता के मुद्दे को शामिल किए जाने की पूरी संभावना है। इतना ही नहीं सरकार देश के तमाम विश्वविद्यालयों में शारिरिक विकलांगता के शिकार छात्रों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने की दिशा में कोई बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर रही है।

सम्मेलन की विशेषताएं
सम्मेलन में दुनियाभर के 500 अंतरराष्टÑीय, क्षेत्रीय और राष्टÑीय भागीदार शामिल होंगे। इसकी अध्यक्षता यूनेस्को के महानिदेशक ईरीना बोकोवा करेंगी। अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस, थाइलैंड, नेपाल, इक्वाडोर, कुवैत जैसे देश सम्मेलन में शामिल होंगे। इसके अलावा यूनेस्को के मालद्वीप-भूटान के प्रतिनिधि,राज्यसभा सांसद डॉ.कर्ण सिंह, प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी सम्मेलन में मुख्य अतिथि होंगी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में सचिव स्तुति कक्कड़ और सूचना एवं आईटी मंत्रालय भी सम्मेलन में भाग
लेंगे। सम्मेलन का समापन यूनेस्को के निदेशक शिगेरु आईओबी के संबोधन से होगा।

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